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Thursday, 30 March 2023

जिंदगी की राह

मेरी जिंदगी एक बन्द किताब है  
किताब मे एक मज़मून है 
मज़मून में एक शायर है 
शायर के हाथ मे कलम है 
कलम के स्याही में कुछ अधूरी कहानी है 
कहानी में कुछ मजबूरियां हैं 
मजबूरी में आशिकी है 
आशिक के कुछ सपने हैं 
सपने में एक शहजादी है 
शहजादी के आंगन में एक बाग है 
बाग में बागबां है 
बागबां से शहजादी को mohabbat है 
Mohabbat में दोनों मशगूल हैं 
इधर शायर भी इश्क़ में है 
शायर के इश्क़ से बेख़बर शहजादी है 
शहजादी k बालों में कुछ हरारत है 
हरारत में शायर है 
शायर ख्वाब में है 
अब ख्वाब टूट चुके हैं 
अब एक नया मज़मून है 
मज़मून किताब मे है 
और किताब बन्द है 
मेरी जिंदगी एक बन्द किताब है  


            Mohd Mimshad


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