कुछ उसको याद किया
कुछ खुद को भूल गया
सही कहूँ तो तेरे धोखे का गम नहीं मुझे
शर्मिंदगी तो बस अपने भरोसे पर है मुझे
मैंने एक कहानी उस दिन लिखा था जब शायद मैंने उनके आंसुओ के दरिया में अपना चेहरा देखा था उनकी आंसु एक अलग कहानी बता रही थी शायद कहीं वो मुझे...
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