सफलता के सितारे से सजा ये सारा आसमान लिख दू।
लिख दूं मदमयी ये पूरी महफिल,
या छलकते जाम से
गीली ये शर्द- शाम लिख दूं।
ये शुक्र है लिखने की हद याद है मुझे
जो भूल जाऊं तो
तेरे नाम अपनी ये जिंदगी
तमाम लिख दूं।
मैंने एक कहानी उस दिन लिखा था जब शायद मैंने उनके आंसुओ के दरिया में अपना चेहरा देखा था उनकी आंसु एक अलग कहानी बता रही थी शायद कहीं वो मुझे...
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