लावारिस सा पड़ा था,रस्ते पे,
के......
लावारिस सा पड़ा था, रस्ते पे
उठा लिया उसने,
धड़कन, बंद होने को थी,
दिल से सटा लिया उसने,
के......
लावारिस सा पड़ा था रास्ते पे,
उठा लिया उसने
धड़कन बंद होने को थी
दिल से सटा लिया उसने,
और.....
इस सूरज को घमंड है,
कि मैं जी नहीं सकता इसके बिना,
अरे डूबना है तो डूब जा,
दिल में चिराग ज़ला लिया उसने।।
- नरेंद्र कुमार
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