Followers

Monday, 27 March 2023

तेरी बेवफ़ाई जीत गई

वो शाम बीत गई वो रात बीत गई
तुम्हारे साथ आख़री मुलाक़ात बीत गई
हम भी खड़े थे मुहब्बत की अदालत में
मेरी वफ़ा हार गई, तेरी बेवफ़ाई जीत गई

हमारी वफ़ा का ईनाम कुछ यू तो न देते
जो इल्ज़ाम लगाए तुमने हम पर वो हमसे ही कह देते
इल्ज़ामों वाली वो अदालत बीत गई
फ़ैसला तो आया लेकिन दिल नही माना की
मेरी वफ़ा हार गई, तेरी बेवफ़ाई जीत गई

No comments:

Post a Comment

नाउम्मीद

मैंने एक कहानी उस दिन लिखा था  जब शायद मैंने उनके आंसुओ के दरिया में अपना चेहरा देखा था उनकी आंसु एक अलग कहानी बता रही थी  शायद कहीं वो मुझे...