अफसोस उनके नाम से शुरू होती तुम्हारी हर गाली है
माँ बहन के गाली के बिना
कहाँ अपना क्रोध कह पाते हो तुम
बोली तुम्हारी होती है
हर माँ हर बहन को दर्द दे जाते हो तुम
अगर वाणी को अपने
शुद्ध कर पाओगे तुम
तो यकीन मानो इसी जन्म में
बुद्ध बन जाओगे तुम
आर जे कार्तिक
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