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Saturday, 20 May 2023


मेरे बराबर कल भी न थे तुम 
औकात तुम्हारी आज भी नहीं है 
गर समझते हो खुद को शहंशाह तुम 
यक़ीन मानो badshahat आज भी मेरे पास ही है 

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