उभर गए तो यकीन मानो, खुद में समंदर समेट लेंगे
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नाउम्मीद
मैंने एक कहानी उस दिन लिखा था जब शायद मैंने उनके आंसुओ के दरिया में अपना चेहरा देखा था उनकी आंसु एक अलग कहानी बता रही थी शायद कहीं वो मुझे...
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कल मैंने तुम्हारे कुछ हिसाब देखे कुछ अनोखे सवाल मिले तो कई ज़वाब गुमनाम मिले Abba इतने अकेले थे तुम.. कुछ तो बात करते हमसे हम तो साथ ही ...
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हम क्यूँ डर जाते हैं सही बात को कहने में हम सही हैं ये बताने में क्यूँ सहते रहते हैं दूसरों का ज़ुल्म आख़िर क्यूँ, हासिल की थी हम...
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तुझसे सवाल मेरा एक है ऐ जिंदगी मुझको तू बता क्या कोई और भी है दूजा जो बराबरी कर सके एक पिता का आओ कुछ अनकही कहानी सुनाऊं मैं बाबा की दि...
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आओ कुछ बात करे इस बारे मे, उस बारे मे जहां लोग रहते हैं जहां दुनिया बस्ती है हम किस रास्ते पर हैं किस मुकाम को ढूंढ रहे हैं बस अकेले ह...
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मेरी जिंदगी एक बन्द किताब है किताब मे एक मज़मून है मज़मून में एक शायर है शायर के हाथ मे कलम है कलम के स्याही में कुछ अधूरी कहानी है कह...
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KHUDGARZ Kitna mushkil hota hai na Khud ko shabit karna Kabhi duniya k samne To kabhi apno k samne Ya phir kabhi Khud k samne Maine par...
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कौन हो तुम .....? जन्म माँ ने दिया कंधा गैरों ने बुढ़ापे में बच्चों ने सहारा दिया चलना सिखाया पिता ने कौन हो तुम.........? घमंड है तुम्ह...
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### 1) मुझ से mohabbat पर, mashwarah मांगते हैं लोग, तेरा इश्क यू तजुर्बा दे गया मुझे 2) Hum karte hain pooja uski aaj bhi Log hum...
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जिंदगी पर एक किताब लिखूँगा उस में सारे हिसाब लिखूँगा प्यार को waqt गुजारी लिख कर चाहतों को azab लिखूँगा हुआ बर्बाद mohabbat मे कैसे कैस...
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बला से Zakhm e dil hue नासूर बन जाए मगर kamzarf k हाथों से हम marham nahi लेंगे जिन्हें tu dost कहता है उन्हीं से तुझको बचना है ये बदलेंग...
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