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Saturday, 14 October 2023

माना कि पत्थर कई है रास्ते पर कामयाबी के 
उन्हीं पत्थरो पर कामयाबी की लकीर खिंच 
फसल भले ही धूप में जले 
तू उसको एक बार फिर से सिंच
देखना कामयाबी खुद कदम चुमेगी 
रुसवा जो हैं तुझसे 
एक बार फिर स्वागत करेगी 
मैं क्या दु तुझे दुआऐ 
खुद किस्मत ने दरिया के भंवर में डुबोया मुझे 
कहने के लिए ही सही तू कुछ तो मान
दुआ है मेरी 
हमेशा साथ तेरी 
रुस्वाई पर फतेह करे तू 
अपने सारे ख्वाब पूरे करे तू 
कांटों की लहरों से निकल कर 
फ़ूलों की खुशबु से अपनी पहचान लिखे तू 
माँ सरस्वती की कृपा रहे 
लक्ष्मी जी भी तुझ में वास करे 
माँ पार्वती सी दुनिया में राज करे तू 
कभी दूर्गा बन 
किसी राम को उसके मंजिल तक पहुंचाए तू 


 *Wishing You The Happiest Birthday*

Mohd Mimshad

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