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Saturday, 5 August 2023

आंखो की नमी खुश्क हो चुकी है 
दिल भी अब पत्थर बनता जा रहा है 
तुम गैरों की बात करते हो 
मुझे तो अब खुद पर भी भरोसा नहीं 
मेरे अंदर खून नहीं 
आंसुओ का दरिया बनता जा रहा है 

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