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Wednesday, 14 June 2023

जब थोड़ा मुस्कुराने लगते हैं 
हादसे फिर सर उठाने लगते हैं

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नाउम्मीद

मैंने एक कहानी उस दिन लिखा था  जब शायद मैंने उनके आंसुओ के दरिया में अपना चेहरा देखा था उनकी आंसु एक अलग कहानी बता रही थी  शायद कहीं वो मुझे...